प्राचार्या
आप में से एक के रूप में, मैं समझती हूं हमारे सामने सबसे कठिन और चुनौतीपूर्ण कार्य है एक बच्चे की नियति को आकार देना, हममें से प्रत्येक के लिए यह बड़े गर्व की बात है। शिक्षा का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा के अनुसार, शिक्षा के व्यापक लक्ष्य है -बच्चों के भीतर विचार और कर्म की स्वतंत्रता विकसित करना, दूसरों के कल्याण और उनकी भावनाओं के प्रति संवेदनशीलता पैदा करनी |
शिक्षा मानव को एक अच्छा इंसान बनाती है | शिक्षण के द्वारा छात्र की जन्मजात शक्तियों का विकास उसके ज्ञान एवं कौशल में वृद्धि एवं व्यवहार में परिवर्तन किया जाता है और उस प्रकार उसे सभ्य, सुसंस्कृत एवं योग्य नागरिक बनाया जाता है | माता पिता की उचित भूमिका उन गतिविधियों तक प्रोत्साहन, सहायता और पहुंच प्रदान करना है जो बच्चों को प्रमुख विकास कार्यों के लिए सक्षम बनाते हैं |